[संगीत] जुटी हो तो बता की नौकरी हो तो टाटा की टाटा तो इंडियन कंपनी है ही पर बनता इंडियन कंपनी नहीं है लेकिन बनता ने हम इंडियन को कभी ऐसा फुल नहीं होने दिया की वो इंडियन नहीं है बनता ने 1920 में वो प्रॉब्लम सॉल्व थी जो की कोई इंडियन सॉल्व नहीं कर पाया बनता के फाउंडर में देखा की कैसे ज्यादातर इंडियन नंगे पैर ही अपना.
सारा कम करते हैं जिसकी वजह से इंडियन के पांव में धूप की वजह से चले पद जाते द और अगर कभी चोट लग जाए तो टेटनस की प्रॉब्लम भी हो जाती थी और इन्हीं दो बड़ी प्रॉब्लम्स को बनता ने अपनी एडवर्टाइजमेंट में दिखाया जिसकी वजह से हम इंडियन को लगता था की जैसे ये हमारी ही बात कर रहा है और इसी वजह से हम इंडियन को लगने लगा की बनता है की इंडियन कंपनी.