[प्रशंसा] गुड मॉर्निंग एवरीवन गुड म स्वागत है आपका नमस्कार मैं विवेक बिंद्र फाउंडर ए स bab.com आज बात करने वाला हूं उनकी जिन्होंने लोगों को मंगल बाजार से मॉल वाले बाजार में पहुंचा दिया साबुन हो या सब्जी हो या साड़ी हो सब में यह विश्वास जगा दिया कि सबसे अच्छा सबसे सस्ता बिग बाजार बिग बाजार बिग बाजार बिग.
बाजार फ्यूचर ग्रुप पायनियर थॉटफुल फर्स्ट मूवर एडवांटेज सबसे पहले घुसे थे इस धंधे के अंदर और सबसे बड़े जाइंट बने लेकिन फिर भी रिटेल क किंग माने जाने वाली ये कंपनी कैसे कंगाल हुई आज पूरी की पूरा वीडियो देखना बड़े सारे लेसन मिलेंगे किशोर बियानी के बारे में जो कि फाउंडर एंड सीईओ फ्यूचर ग्रुप यानी कि पैंटालून भी बिग बाजार भी बहुत सारे 4700 करोड़ का टर्नओवर.
था 2008 में इंडियन रिटेल फोरम अवार्ड सारे के सारे इनको मिले मोस्ट एड मायर्ड रिटेल ग्रुप ऑफ द ईयर इनको मिला मोस्ट एड मायर्ड रिटेल फेस ऑफ द ईयर किशोर बियानी को मिला मोस्ट एड मायर्ड रिटेलर हाइपर मार्केट वो भी बिग बाजार को मिला 2009 में 100 से ज्यादा स्टोर थे 30 करोड़ एनुअल विजिटर थे यानी कि एक चौथाई पॉपुलेशन साल में कम से कम बिग बाजार जाती थ इतना बड़ा.
बिग बाजार इतना बड़ा बिग बाजार इतना मैसिव कैसे बर्बाद हुआ मारवाड़ी फैमिली से आने वाले सिल्क मिल में काम करने वाले फैमिली बिजनेस नहीं जवाइन किया उन्हें मिल में नहीं उन्हें माइलस्टोन में बहुत इंटरेस्ट था माइलस्टोन अचीव करूंगा मैं इन्होंने अपने एक दोस्त को देखा एक ट्राउजर पहनते हुए स्टोन फैब्रिक का ट्राउजर फैब्रिक अच्छा लग गया इनको डिस्ट्रीब्यूशन का काम.
शुरू कर दिया छ महीने के अंदर लाखों का प्रॉफिट कर लिया नेक्स्ट वेंचर क्या बोले मेनस यर मिल से मेंस ट्राउजर बनवाते और उनको अपनी ब्रांडिंग करनी शुरू कर दिया अपनी ब्रांडिंग में बेचना शुरू कर दिया 1987 में कोलकाता में पहला स्टोर खुला मेंस वयर प्राइवेट लिमिटेड आगे चलके पैंटल का स्टोर बना क्योंकि पतलून थी ना वो तो पतलून से उसको अंग्रेजी नाम देने के लिए.
पैंटल नाम देने का कोशिश किया जल्दी जल्दी सारे के सारे कस्टमर ग्रुप्स को उन्होंने टारगेट करने के लिए कपड़े बेचने शुरू कर दिए 97 का समय था वो जब कोलकाता में पैंटोल का पहला स्टोर खुला और एक साल में 10 करोड़ से ज्यादा का रिवेन्यू हुआ इंडिया में 72 से ज्यादा पैंटल के फ्रेंचाइजी शुरू कर दिए पैंट बेच करके जेब तो मालामाल भर रही थी लेकिन मन नहीं भर.
रहा था तो आईडिया आया बिग बाजार का बियानी ने समझा अपैरल का इनकम का 8 पर कपड़ों पर खर्च किया जाता है मान लो मैं ₹ कमाता हूं उसमें 8 मैं कपड़ों पर खर्च करता हूं इसका मतलब यह है कि मैं ₹ कहीं और खर्च कर रहा हूं क्यों नहीं वो 92 भी मैं ले लूं तो नेक्स्ट टारगेट क्या था कस्टमर की स्पेंडिंग में अपना हिस्सा बढ़ाना जिसके लिए वो नए बिजनेस मॉडल को ढूंढने लगे साउथ.
इंडिया में उनको नया आईडिया मिला जब 2000 में वो सवना स्टोर गए एक प्राइम लोकेशन पे आउटस्कर्ट में नहीं छह मंजिल छह मंजिल डिवाइडेड अप्लायंसेज ग्रोसरी क्लोथ्स ज्वेलरी टॉयज आई ग्लासेस ऑलमोस्ट एवरीथिंग इवन फूड काउंटर भी बना दिया फूड ट किसी को भूख लगे तो खाना भी खा सकते सरवाना स्टोर अच्छा एक्सपीरियंस दे रहा था पूरी एनटायर फैमिली इकट्ठे आ कर के.
शॉपिंग करती थी किशोर कई हफ्तों तक उस रोज स्टोर में जाते थे रोज स्टोर में जाते थे उनकी ऑफर उनकी प्राइसिंग उनकी पोजिशनिंग उनकी ब्रांडिंग अंदर कैसा लगता है उनका लुक एंड फील उनका एक्सपीरियंस उनके एंप्लॉयज उनकी क्या कॉस्ट टिंग आ रही है किस मार्जिन पर काम कर रहे हैं परचेज कैसे करते हैं माल कहां से आता है पीछे से लॉजिस्टिक्स आगे का बेचने का तरीका बियानी.
ने पूरा माइंडसेट पढ़ने की कोशिश करी तो वहां प फ्रूट से लेकर क्लोथ से लेक राशन से लेकर अप्लाय से लेक पर्सनल केयर अलग-अलग जगह लोग लेते हैं क्यों नहीं इनको एक ही जगह ला दिया जाए सब कस्टमर को एक ही जगह लाकर के डिस्काउंट प रेट प मिल जाए तो लोग खरीदने आएंगे सारी की सारी महीने की शॉपिंग पहले एक हफ्ते के अंदर कर लेते हैं लोग जो नौकरी पेशा लोग होते हैं और पूरा.
पहला हफ्ता भर जाए यहां पे आकर के बिग बाजार की शुरुआत हो गई 2001 कोलकाता में बिग बाजार का पहला स्टोर ओपन हुआ दरवाजा टूटा था उस दिन क्यों मालूम इतनी भीड़ आई इतनी भीड़ आई दरवाजा तोड़ दिया वहां पर लोगों ने 22 दिनों के अंदर कोलकाता में दो स्टोर खोल दिए हिल गए किशोर बयानी इतना बढ़िया रिस्पांस साल भर में 50 से ज्यादा स्टोर खोल दिए देखते देखते 120 शहरों के.
अंदर 300 से ज्यादा स्टोर खुल गए बिग बाजार का पहले सक्सेस मंत्रा समझते हैं फिर फेलियर के कारण समझते हैं कब दोनों चीज समझेंगे तो पूरी कहानी समझ में आएगी सक्सेस का मंत्रा था बल्क में परचेस करो डिस्काउंट ले लो तब सस्ता बेचूंगा दूसरी इंडि इंडियन कस्टमर की प्रेफरेंस को समझ करके बड़े शहरों में एयर कंडीशन स्टोर बनाया एक्सपीरियंस अच्छा दिया माल सस्ता.
दिया कस्टमर को बाहर से स्टोर महंगा नहीं लगता था तीसरा कस्टमाइज आउटलेट बनाए बिग बाजार लोकल मार्केट और लोकल नीड के अकॉर्डिंग ली जिस शहर में है उसके हिसाब से माल रखते हैं वहां पे बाकी ब्रांड क्या है एक जैसा सामान सब जगह लेके जाते हैं क्योंकि वो क्या करते हैं यूनिफाइड परचेसिंग करते हैं ये रिक्वायरमेंट के हिसाब से चले जैसा देश वैसा भेस नॉर्मल.
क्लोथ्स पहनाते थे अपने कपड़ों को सारे एंप्लॉयज को ऐसा लगे बिल्कुल ऑर्डिनरी लड़का कोई भी पकड़ के बात कर ले ओ लड़के इधर ओ चट ओ ओ बात सुनो हंबल ड्रेसिंग हां हंबल ड्रेसिंग एकदम बिल्कुल जैसे मतलब अप्रोचेबल सा लड़का लग रहा है अरे सिंपल सा लड़का है इससे तो मैं ऐसे ही बात कर लूंगा अरे इसके कंधे पे हाथ रख लूंगा मैं अरे इसको इधर आ जा बेटा मेरे को मदद करा.
थोड़ी आजा आ थोड़ कपड़े दिला देया फटाफट मेरे को देर हो रही है आजा आजा तो मतलब इतना हंबल बना दिया टीम को अच्छा इनकी एक स्ट्रेंथ थी जो कि बाद में वीकनेस बनी प्राइम लोकेशन तब इंडिया में कई लोगों के पास ना कार्स नहीं हुआ करते थ बिग बाजार को हमेशा प्राइम लोकेशन प ओपन किया गया मेट्रो पे आ जाओ बस पे आ जाओ कैसे भी आ जाओ प्राइम लोकेशन पे जहां पे पब्लिक.
ट्रांसपोर्ट अवेलेबल हो अब पैंटालून सक्सेसफुल हो गया बिग बाजार सक्सेसफुल हो गया बयानी इस सम किंग ऑफ इंडिया रिटेल बन चुके थे और इंडिया का सैम वाल्टन बोला जाने लगा इनको सैम वाल्टन कौन है आपको मालूम होगा ना हां लमा के फाउंडर सैम वाल्टन ये तो थी स्ट्रेंथ फिर बिग बाजार गिरा क्यों इतना बड़ा समुद्री जहाज गिर कैसे गया छोटा स्टीमर होता है घुमा लेते.
जब समुद्री जहाज बड़ा हो जाता ना तो दद द द नहीं घूमता तब फिर चेंज लाने में बहुत दिक्कत हो जाती है तो पहला चीज क्या क्या था इसने बेसिकली मैं आपको आठ कारण दूंगा बिग बाजार के फेलियर के आठ कारण क्या थे पहला कारण अग्रेसिव अनरिलेटेड डायवर्सिफिकेशन अब भाई मैं सफल हो रहा हूं जरूरी नहीं हर चीज में होंगा इंश्योरेंस में घुस गए फाइनेंशियल सर्विस में घुस गए.
स्टॉक ब्रोकिंग में घुस गए वेल्थ मैनेजमेंट में घुस गए मूवी बनाएंगे हम लॉजिस्टिक्स रियल एस्टेट सेम गलती एगजैक्टली सेम गलती किया किंग फिशर के विजय माल्या ने विजय माल गया अब क्या हुआ रिजल्ट क्या हुआ अब क्योंकि इतने सारे इन्होंने कंपनी खरीदनी शुरू करी तो लायबिलिटी और ऑपरेशनल बढ़ गई कॉस्ट ऑफ रनिंग बिजनेस बढ़ते रहे क्योंकि एक हर्डल.
रेट होता है हर कर्जे की एक कीमत होती है हर कर्जे का एक इंटरेस्ट रेट होता है उस इंटरेस्ट रेट को अपने मार्जिन से खाना पड़ता है मार्जिन इतना बचाना पड़ेगा कि मैं उस इंटरेस्ट को खा सकूं उस इंटरेस्ट को मैनेज कर सकूं उसको बोलते हैं इंटरेस्ट सर्विस कवरेज रेशियो उससे आता है मेरा दूसरा पॉइंट ह्यूज डेट एक्सेसिव डेट उठा लिया मार्केट से 2012 में 000 करोड़ रुप.
का कर्जा हो गया इनके ऊपर उस समय पंटल उन्होंने 1600 करोड़ की बेच दी थी आदित्य बिल्डर ग्रुप को 8000 करोड़ का जोक इंटरेस्ट नहीं चुका पा रहे थे 1600 करोड़ में बेच दी थी क्योंकि इनको क्या लगता था सलूशन सारी प्रॉब्लम का है ग्रोथ अगर ग्रोथ आ रही है तो कर्जा मिल जाएगा ग्रोथ आ रही है तो कर्जा मिल जाएगा यह कहानी से सीखने को.
मिलता है किशोर बयानी क्योंकि किशोर बयानी ने सोचा जितनी ज्यादा ग्रोथ उतना ज्यादा कर्जा कर्जे की क्या दिक्कत क्या बाद में कवर अप कर लेंगे ना बाद में कवर अप कर लेंगे पीछे क्या हुआ लॉन्ग पेमेंट साइकिल हो गया तीसरा कारण लॉन्ग पेमेंट साइकिल क्यों हो गया क्योंकि अब ये इनके पास इस समय मार्जिन कम हो रहा था और प्रोडक्ट ऐड किए जा रहे ग्रोसरी ऐड कर र फैशन फूड.
फर्नीचर कॉस्मेटिक किचन होम प्लान सब ऐड कर दिया बहुत स्पीड से बहुत बढ़िया क्वालिटी कंटेंट देता हूं पूरा देखा करो पूरा लॉन्ग पेमेंट साइकिल क्या हुआ कि उसको तीन-तीन महीने बाद पेमेंट देनी शुरू करी सप्लायर ने डिस्काउंट नहीं दिया सप्लायर ने माल महंगा दे दिया बोला तीन महीने बाद पेमेंट दोगे तो ₹10 का बेचेंगे आज पेमेंट कर दोगे तो 95 का दे देंगे अब.
₹1 की कॉस्ट वहां पे वहीं आ गई अब क्या हुआ क् उसके कारण य आगे कस्टमर को डिस्काउंट पीछे से डिस्काउंट नहीं मिल रहा तो आगे कहां से दे दोगे और अगर पीछे से डिस्काउंट नहीं मिल रहा है और आगे डिस्काउंट देना पड़ रहा है कस्टमर को टिकाए रखने के लिए तो उसके लिए फिर और कर्जा और और कर्जा तो और इंटरेस्ट कॉस्ट तो इन्होंने क्या नया नीक टेक्नीक निकाला.
बोला पीछे से जो मैं खरीद रहा हूं ये मैं खुद क्यों नहीं बना लेता हूं कॉग्स बिहाइंड द कॉग्स मैं खुद बना देता हूं बैकवर्ड इंटीग्रेशन शुरू कर देता हूं तो बिग बाजार प्राइम लोकेशन पे होते थे हाई फिक्स्ड कॉस्ट हाई फिक्स कॉस्ट हाई ऑपरेशनल कॉस्ट किराया बहुत ज्यादा है हां इंडस्ट्री स्टैंडर्ड क्या है हर स्क्वायर फीट पे ₹1 ज का रेवेन्यू होना चाहिए और 7.
पर का मार्जिन होना चाहिए स्क्वायर फीट एक स्क्वायर फीट में जितना बड़ा आउटलेट है आपका एक स्क्वायर फीट में 8000 का रेवेन्यू होना चाहिए 7 पर मार्जिन होना चाहिए इन्होंने बड़े-बड़े आउटलेट बना लिए अब क्या हुआ उससे इनका पर स्क्वायर फीट 18 की जगह 000 रेवेन्यू हो था 900 का रेवेन्यू होता था और मार्जिन 7 पर की जगह 3.2 पर मार्जिन रह गया अब जब मार्जिन ही.
कम हो गया अब लोन चुका होगे कैसे तो ये चले गए बैकवर्ड इंटीग्रेशन बोले मैं खुद बनाता हूं मुझे सस्ता पढ़ने लग जाएगा जो जींस मैं बाजार से खरीद रहा हूं 800 की वो जींस मुझे 00 की पड़ेगी 50 की पड़ेगी तो ये क्या सोचे 5 साल में कवर कर जाऊं और और कर्जा ले लेता हूं सारी की सारी फैक्ट्रियां खुद ही खोल लेता हूं सारी की सारी कंपनियां खुद ही खरीद लेता हूं कर्जा.
लेकर खरीद लेता हूं लेकिन इस मार्जिन को बचा बचा के बचा बचा के बचा बचा के पांच से सात से 10 साल में कर्जा चुका दूंगा तो एक्चुअली सोच अच्छी थी बहुत बड़ी सोच थी मतलब करेज बहुत था बहुत बड़ा करेज था उस समय सप्लायर को पीछे हटा दिया खुद ही कपड़े बनाने लगे एसेंशियल बनाने लगे ग्रोसरी भी खुद ही करने लगे फूड पैकेजिंग भी खुद ही करने लगे अब उसके लिए इतना.
ज्यादा कर्जा बढ़ गया इतना कर्जा बढ़ गया इतना कर्जा बढ़ गया अब उसकी मार्केटिंग का खर्चा बढ़ गया क्योंकि एसके यू बढ़ गए और साथ में डेंट आ गया बॉटम लाइन प मार्जिन एकदम ओवर अब कर्जा चुकाने में दिक्कत फिर भी इनकी सोच अच्छी थी कि मार्जिन बचेगा आगे चल के चुका दूंगा लंबी गेम है ये सात से 10 साल का होराइजन लेके चल रहे थे माइंड में ये अच्छा था लेकिन हुआ क्या उस.
समय उस समय एक गड़बड़ हो गई ई-कॉमर्स आ गया उस समय इन्होंने ई-कॉमर्स ट्राई मारा था 20078 में खुद भी ट्राई मारा था लेकिन 2008 बहुत अर्ली था ई-कॉमर्स के लिए वो बहुत जल्दी थी ये हर चीज समय से पहले करने की कोशिश करते थे उस समय इन्होने 350 करोड़ एक साल के अंदर जला दिया वेबसाइट बंद कर दी बोला ई-कॉमर्स फालतू है ई-कॉमर्स से भरोसा खत्म हो गया बोला.
ऑफलाइन ऑफलाइन ऑफलाइन ऑफलाइन ऑफलाइन ऑफलाइन ऑफलाइन ऑफलाइन ऑफलाइन ऑफलाइन और j आया सारा ऑफलाइन ई-कॉमर्स पर शिफ्ट होता चला गया j आया सस्ता इंटरनेट आया घर पर डिलीवरी आनी शुरू हो गई घर पे सीओडी कैश ऑन डिलीवरी हो गई उसको बोला माल पसंद नहीं आया वापस कर दो ये सब बहुत सारी फैसिलिटी घर पे आनी शुरू हो गई j के आते ही इनका ऑफलाइन स्टोर पर इंपैक्ट आ गया अब.
इन्होंने सोचा कि भाई मैं क्या करता हूं मैं कुछ एक्विजिशंस कर लेता हूं कुछ कंपनियां खरीद लेता हूं ऑनलाइन रिटेल में मेरे को दिक्कत आ रही है तो मैं इसी टाइप की कुछ कंपनियां बड़ी खरीद लेता हूं नीलगिरी ग्रुप खरीद लिया इन्होंने इजी डे हेरिटेज फूड खरीद लिया हाइपर सिटी खरीद लिया ईजन खरीद लिया इन्होंने कई कंपनियां इन्होंने खरीदने की कोशिश करी अब j का.
रेवोल्यूशन से सब कुछ ऑनलाइन यहां मूव कर ही रहा था कि आठवा अध्याय जो मेरा आखिरी अध्याय है उसमें हो गई इनकी मृत्यु मृत्यु क्यों हो गई कोविड आ गया इनका 85 पर रेवेन्यू ब्रिक एंड मोटर से आता रहा ब्रिक एंड मोटर मतलब दुकान से ई-कॉमर्स से नहीं आता था 85 पर दुकान से आता था वो था डेथ वारंट क्योंकि आपको मालूम होना चाहिए आप सोते हो रात को मैं सोता हूं रात को देश.
सोता है रात को हां जवान भी हमारा कभी दिन में सोता है कभी रात को सोता है पर कर्जा कभी नहीं सोता है कर्जे की कोई छुट्टी नहीं होती है कर्जा 26 जनवरी को भी जागता है 15 अगस्त को भी जागता है 2 अक्टूबर को भी जागता है उसका कोई संडे नहीं 52 के 52 संडे कर्जा चलता है और कर्जा चलता रहा चलता रहा चलता रहा बग बाजार बंद हो गए सारे के सारे इसलिए बंद हो गए क्योंकि उस.
समय कोविड था कोविड के शटडाउन में अब ये कहां से पे करें पे करने में दिक्कत आ रही डेट इनका बढ़ता चला गया बढ़ता चला गया बढ़ता चला गया फ्यूचर ग्रुप पूरा का पूरा मैसिव केवल 23000 करोड़ में बिक इनका बिग बाजार जैसे-जैसे बड़ा होता गया वैसे-वैसे बड़ी गलतियां भी करता गया बिजनेस के बेसिक्स को इग्नोर कर दिया डेट रिस्ट्रक्चरिंग नहीं कर पाया टेक.
इंटीग्रेशन नहीं कर पाया कॉम्पिटेटिव कोलबेन किसी के साथ नहीं कर पाया मार्केट ट्रेंड्स को पकड़ नहीं पाया मैं जो 24 स्ट्रेटजी देता हूं ना वो यही देता हूं कि आप सीजी पी ये तीनों डैशबोर्ड को सं भाल सको मेरे पास आओ केवल बिजनेस के लिए मेरे पास आओ को मजाक के लिए चुटकुले के लिए नहीं कपिल शर्मा के पास चले जाओ बाकी जगह चले जाओ सब जगह चुटकुला चलेगा मैं बिजनेस.
सिखाता हूं कि कोर कैसे बनाओगे अपॉर्चुनिटी कैसे ढूंढोगे लीड्स को स्कोरिंग कैसे करोगे कस्टमर का टच पॉइंट क्या होता है नीड बेस्ड सेलिंग क्या होती है मार्केटिंग फनल नेट प्रमोटर स्कोर ये सारे के सारे मैं आपको फ्रेमवर्क्स बना कर के देता हूं और ये जो मैंने बिजनेस का बूस्टर लांच किया है इसके साथ में मैं अपने दो किताबें भी दे रहा हूं इफेक्टिव.
प्लानिंग एंड टाइम मैनेजमेंट एवरीथिंग अबाउट लीडरशिप पर बात ये है बिग बाजार फेल हुआ डी मार्ट सफल क्यों हुआ चलो ती मिनट और लगाते हैं चार पाच मिनट में समझते हैं डी मा ने ऐसा क्या किया जो एकदम ऑपोजिट हो गया इसने कोलकाता में 2001 में पहला स्टोर खोला इसने 2002 में मुंबई में खोला डी मा ने यहां भाई ने फैशन फूड जनरल मर्चेंडाइज सब कुछ कर दिया इन्होंने केवल ग्रोसरी और.
जनरल मर्चेंडाइज किया इनका इनिशियली 10 साल में 250 स्टोर खोल दिए 250 स्टोर लोन ले लेके खोले ना लोन लोमा ने नहीं किया ऐसा डीमार्क है पता है क्यों फर्क है ये क्योंकि ये पहले प्रॉफिट कमाते थे फिर अपने प्रॉफिट से खोलते थे ये खोलते थे उसके लिए कर्जा ते थे ये प्रॉफिट कमाते थे प्रॉफिट से खोलते थे बिग बाजार 2024 में.
आज 3 हज करोड़ के कर्जे के नीचे खत्म होके बर्बाद हो गया है पैसा नहीं चुकाने के लिए लेंडर्स पीछे पीछे घूम रहे हैं और डी मा ये 300 करोड़ के कर्जे में बर्बाद हुआ डी मार आज 3.05 ट्रिलियन आईएनआर 365 स्टोर बना दिए पूरे देश में क्यों प्रॉफिटेबल काम किया हां हुआ कैसे ये जानना चाहते हो अब हुआ कैसे से हुआ ऐसे कि ये रेंटेड स्पेस लेते थे मॉल के अंदर लोग मॉल में.
आएंगे हाई रेंट हाई ऑपरेशनल एक्सपेंडिचर ये कहते ना ना ना ना ना लोहे की टन लोहे की टीन से छत बना कर के कहीं बाहर आउटस्कर्ट्स में बनाएंगे या 20 से 30 साल की लीज प जगह ले लेंगे हा ब उससे क्या हो गया इनका जो रेंटल कॉस्ट था वो इनके रेवेन्यू का 8 पर था इनका रेंटल कॉस्ट इनके रेवेन्यू का % था 0.2 पर समझ रहे हो मेरी बात को यानी कि अगर मैंने 10000.
करोड़ का ंदा किया है तो 10000 करोड़ में से 800 करोड़ मेरा किराए में जा रहा है और यहां पर कितना जा रहा है 20 करोड़ जा रहा है दोनों में बहुत फर्क है बहुत फर्क है इससे मार्जिन पे इंपैक्ट आता है बिग बाजार ने क्या किया मैं ये भी लूंगा ये भी लूंगा फैशन फ्रूट्स वेजिटेबल इलेक्ट्रॉनिक ग्रोसरी सब कुछ जो आइटम खराब हो रही है जो आइटम जल्दी खराब हो जाती है वो सब बेचूंगा.
लो इन्वेंटरी टर्नओवर डी मार् ने कहा नहीं वही चीज लूंगा जो पहले तो पेरिशेबल ना हो खराब ना होती हो और दूसरा जो बहुत तेज बिकती हो एवरीडे लो प्राइसिंग हाई इन्वेंटरी टर्नओवर ये क्या करता था यह पा दिन की सेल लगाता था यह एवरीडे लो प्राइसिंग एवरीडे लो प्राइसिंग एवरीडे लो प्राइसिंग और वो आइटम रखूंगा जो खराब नहीं हो और बहुत तेज बिकती हो बिग बाजार ने.
एक्सपेंशन किया कैपिटल लगा लगा करके हाई इनिशियल इन्वेस्टमेंट हाई ऑपरेशनल कॉस्ट डी मार् ने कहा नहीं मेरा ग्रोथ होगा प्रॉफिट से और 75 पर स्टोर जो खोलूंगा व अपने आजूबाजू ही खोलूंगा अपने कुछ ही किलोमीटर के अंदर खोलूंगा ताकि मैं वहां पर सप्लाई आराम से कर सकूं मेरी सप्लाई चेन की कॉस्ट भी कंट्रोल में रहे यह नहीं कि एक दिल्ली खोल रहा हूं एक मुंबई खोल.
रहा हूं एक कोलकाता खोल रहा हूं एक चेन्नई खोल रहा हूं एक बेंगलुरु खोल रहा हूं जहां खोला उसके कुछ किलोमीटर दूर जाकर के एक और खोल देंगे ची चीप इन्वेस्टमेंट करेंगे लैंड के ऊपर उसे पैसा नहीं लगने देंगे तो डी मार् का फोकस था धंधा प्रॉफिट के लिए होता है सीजीपी कैश ग्रोथ प्रॉफिट तीनों चाहिए फ्यूचर ग्रुप का क्या था ग्रोथ चाहिए ग्रोथ चाहिए ग्रोथ चाहिए केवल ग्रोथ.
से काम नहीं चलता यह मार्केट ट्रेंड को समझ रहे थे सबसे पहले घुसे थे रिटेल लेकिन सबसे पहले ही निकल गए ऑनलाइन से 2008 में ही ऑनलाइन से बाहर हो गए ऑनलाइन ट्रेंड मिस कर गए ब्रेक एंड वटर में आ गए बिग बाजार इंडियन फैमिलीज के लिए सिर्फ एक शॉपिंग स्टोर नहीं एक इमोशन हुआ करता था और किशोर बियानी की कहानी किसी फिल्म की कहानी से कम नहीं ये वीडियो नहीं.
है बायोपिक है लर्निंग अनलिमिटेड है हां सीड से स्किल तक सोच से सक्सेस तक कंसेप्ट से कंकर करने तक ऐसे बिजनेस की बेहतरीन से बेहतरीन केस स्टडीज लाके देता रहूंगा बस बिजनेस के लिए याद रखना बड़ा बिजनेस सबको बताते जाओ बिजनेस का एनसाइक्लोपीडिया अब मैंने instagram2 बिजनेस सीरीज लानी शुरू करी है के छोटे-छोटे वीडियोज हैं बिजनेस आइडिया.
ले फट पट फट पट पट हमेशा याद रहेगा हमेशा काम आएगा हमारे साथ जुड़े रहने के लिए एक के बाद एक इस सारी पावरफुल केस स्टडीज को सब तक दिखा कर के भारत को बिजनेस में आग ले जाने के लिए आप सबका प्रेम पूर्वक बहुत-बहुत धन [संगीत]