दोस्तों पिछले 7त सालों में इंडियन टेलीकॉम सेक्टर ने अपने इतिहास के सबसे कंपीटेटिव बिजनेस वॉर देखे जब से jio.net एंड रीजनेबली हेल्थी बैलेंस दोस्तों आपको सुनके हैरानी होगी कि 2021 में airtel.in बनाया उसी साल airtel.in कमाया और यही शुरू होती है इंडियन टेलीकॉम इंडस्ट्री के इतिहास की सबसे से बड़ी बिजनेस वर द रा ऑफ पेइंग फॉर.

वॉइस कॉल्स इज एंडिंग जिओ विल अशर इंडिया इनटू दिस न्यू रा तो सवाल यह है कि दोस्तों इस कॉम्प्लेक्शन वॉर को समझने के लिए पहले हमें इंडियन मार्केट के कॉम्प्लेक्शन को समझना होगा और इसे समझने का बेस्ट तरीका है इंडिया के वीडियो कंसंट सेगमेंट्स को देखना यहां हमारे पास पांच तरह के कस्टमर्स हैं पहले तो है 15 करोड़.

डार्क टीवी होम्स मतलब ऐसे घर जहां टीवी या ओटीडी की कोई एक्सेस नहीं है लेकिन हो सकता है कि इनके पास फीचर फोन हो या कभी-कभी स्मार्टफोन फिर आते हैं फ्री कंज्यूमर्स जो फ्री टीवी देखते हैं मतलब कंटेंट के पैसे नहीं देते हैं लेकिन कंटेंट के बदले ऐड्स देख लेते हैं इसका बेस्ट एग्जांपल है youtube’s को मार्केटिंग मिल जाती है.

ऑडियंस को कंटेंट मिल जाता है और कस्टमर्स और 2022 तक इंडिया में 42 करोड़ फ्री टीवी यूजर्स थे जो यह ऐड्स देखते हुए वीडियोस देखते थे फिर है तीसरा टाइप का कस्टमर जो है टीवी फर्स्ट कस्टमर इनकी पॉपुलेशन है 77 मिलियन यानी कि 7.7 करोड़ कस्टमर्स और यह कस्टमर्स टीवी के लिए तो पैसा देते हैं लेकिन ओटीडी के लिए पे नहीं करते और यह इसलिए पे नहीं करते हैं.

क्योंकि अक्सर इन्हें ओटीटी का सब्सक्रिप्शन सिम कार्ड के रिचार्ज के साथ फ्री मिल जाता है जैसे हमारे ऑफिस इसमें प्रियांशी एक टीवी फर्स्ट सब्सक्राइबर है तो वो टा sky3 का सब्सक्रिप्शन फ्री मिलता है फिर आते हैं डिजिटल फर्स्ट कस्टमर्स जो इस चार्ट में 4.3 करोड़ यूजर्स हैं दोस्तों ये बहुत ही वैल्युएबल कस्टमर्स होते हैं.

जो टीवी के साथ-साथ कम से कम एक ओटीडी सर्विस के लिए पे भी करते हैं सो टीवी प्लस वन ओटीडी सर्विस सब्सक्राइबर लेकिन इन सबसे भी वैल्युएबल कस्टमर्स वो हैं जो सिर्फ डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर कंटेंट कंज्यूम करते हैं और शायद कभी केबल या डीटीएच देखते ही नहीं और इनके पास सबसे ज्यादा पैसा होता है और इस पूरे मार्केट में सबसे अमीर कस्टमर्स यही कस्टमर्स होते.

हैं लेकिन इनकी टोटल पॉपुलेशन इस चार्ट में सिर्फ 20 लाख की है तो यह है दोस्तों इंडिया का वीडियो कंसंट मार्केट जिसमें 30 करोड़ कस्टमर्स का डाटा है अगर आपको यह समझ में आ गया तो हम आगे बढ़ते हैं अब हम समझेंगे कि jio1 की बिजनेस फिलोसोफी में क्या फर्क है वी यूज टू हैव अ स्लोगन विच सेड इफ यू आर कॉट बिटवीन स्पीड एंड परफेक्शन चूज स्पीड परफेक्शन विल फॉलो ऑफ.

कोर्स थिंग्स हैव मूव नाउ वी डू नाउ से क्वालिटी फर्स्ट स्पीड ऑलवेज आवर प्रिंसिपल्स ऑफ डूइंग बिजनेस आर रियली डिटरमिन बाय फर्स्ट डू वी एट दिस स्केल एंड स्टेज डू वी क्रिएट सोसाइटल वैल्यू दोस्तों जिओ की फिलॉसफी है फॉर्च्यून एट द बॉटम ऑफ द पिरामिड ऐसा हम इसलिए कहते हैं क्योंकि ऐसा मार्केट क्रिएट करना चाहता है जो आज.

एजिस्ट भी नहीं करता तो पहला सवाल यह है कि j एसे इनविजिबल मार्केट को कैसे कैप्चर कर रहा है दोस्तों इसके लिए jio4g को समझना होगा पहली स्ट्रेटेजी है फोन मार्केट को एक्सपेंड करना यहां आती है jio1 कंपनियों कर रही थी बेसब्र से इंतजार आखिरकार आज वो धमाका हो ही गया लेट मी इंट्रोड्यूस इंडिया का इंटेलिजेंट स्मार्टफोन.

प्रेजेंटिंग द [प्रशंसा] jio1 है लेकिन उसके साथ वो 500 एब डेली डाटा और अनलिमिटेड कॉलिंग सब कुछ सिर्फ ₹1 23 पर मंथ में ऑफर कर रहे हैं और अगर आप यरली सब्सक्रिप्शन लेते हो तो सिर्फ ₹10 3 पर मंथ में डाटा और कॉलिंग आपको दोनों मिल जाएगा अब आप सोच के देखिए कि एक डेली वेज अर्नर जो महीने का ₹5000000.

2g से 4g कस्टमर्स में कन्वर्ट करना चाहता है तो अब तुम यहां पे मुझे पूछोगे कि भाई आज कौन 2g फीचर फोन यूज़ कर रहा है और यह मार्केट कितना बड़ा है और यहां पे आपको सुनके हैरानी होगी कि आज भी 25 करोड़ लोग 2g फीचर फोन इंडिया में यूज करते हैं और इनमें से 10 करोड़ यूजर्स को तो jio3 का सब्सक्रिप्शन ले लेते हैं तो 10000 करोड़ का रेवेन्यू.

Jio3 ऑन द केक यह फस सिर्फ jio1 प्री इंस्टॉल्ड होती है और अगर आप थोड़ी सी यहां-वहां कैलकुलेशन करके देखें तो आपको यह समझ में आएगा कि अगर इन फ्स की एवरेज लाइफ स्पैन 4 साल भी मानी जाए तो j पर फोन ₹5000000 करोड़ कमाए तो आप समझ रहे हैं यह फिर उन कस्टमर से पैसा कमाना चाहता है अगर आपको यह समझ में आ गया तो हम बढ़ते हैं.

दूसरे तरीके पे jio3 करोड़ फ्री टीवी कस्टमर्स हैं और यह फ्री टीवी कस्टमर्स ज्यादातर एंट्री लेवल स्मार्टफोन यूज करते हैं जैसे करते हैं तो jio3 का रिचार्ज बेचता है और इन्हें फ्री में jio1 में पैसा कैसे कमा रहा है रिचार्ज में तो डायरेक्टली पैसे कमा रहा है और जब यह लोग फ्री में j सिनेमा देखते हैं तो.

Jio3 मूवीज और सीरीज देखने को मिलता है ब्रांड्स को एडवरटाइजिंग मिल जाता है और ये है jio3 स्ट्रेटेजी है स्पोर्ट्स ट्रीमिंग और यहां हम सबको पता है कि मोटा भाई ने आईएल में क्या चल चली j सिनेमा रिपोर्टेड अ ब्लॉकबस्टर ओपनिंग फर द इंडियन प्रीमियर लीग ओ इट वाज एक्सेप्शनल इन टर्म्स ऑफ द नंबर्स द जिओ सिनेमाज हैड टू रिपोर्ट जस्ट.

इन द ओपनिंग वीकें द स्टैट्स आर लुकिंग फिनोमिस j सिनेमा पर टा आईएल ने व्यूअरशिप के सारे रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए हैं ओपनिंग वीकें पर 147 करोड़ वीडियो व्यूज आए हैं लॉन्ग स्टोरी शॉर्ट आईपीएल और क्रिकेट स्ट्रीमिंग से बहुत सारे लोग jio’s देख लेते हैं जो पैसे दे सकते हैं वह सब्सक्रिप्शन बाय करके jio1 जनरेट करते हैं इनफैक्ट अगर आपने इस साल का आईपीएल.

देखा है तो आपने देखा होगा कि 40 करोड़ लोग यानी कि यूएस की पूरी पॉपुलेशन से ज्यादा लोग एक साथ इंडिया में आईएल देख रहे थे एंड लास्टली jio1 से कम के लैपटॉप्स लांच किए जिससे वो लोग भी लैपटॉप खरीद पाए जो आज तक लैपटॉप नहीं खरीद पाए इसी तरह jio.idm को अपने 2g फीचर फस के साथ टारगेट कर रहा है डार्क टीवी होम्स प्लस फ्री.

टीवी होम्स को ऐड से मोनेटाइज कर रहा है p टीवी होम्स प्लस डिजिटल p टीवी होम्स के लिए है j सिनेमा सब्सक्रिप्शन प्लस टल फर्स्ट और डिजिटल टीवी होम्स के लिए है jio5g और यह जो हम j सिनेमा सब्सक्रिप्शन की बात करें यह jio1 यानी कि एवरेज रेवेन्यू पर यूजर एक तरफ जहां jio.in करोड़ सब्सक्राइबर यानी कि ऑलमोस्ट.

5 करोड़ लोगों को अपने सर्विस से हटा दिया क्यों क्योंकि यह लो वैल्यू कस्टमर्स थे जिनको निकालने के बाद नॉन पेइंग कस्टमर्स को क्लीन अप किया सो इन शॉर्ट है इस लैब को उन्होंने 99 से बढ़ाकर ₹1500000 भारत में लगभग 20 करोड़ फीचर फोन यूजर्स हैं 60 करोड़ स्मार्टफोन यूजर्स हैं लगभग 35 करोड़ पोस्ट पेड यूजर्स हैं.

और 3 करोड़ घर है जो इंडिया में ब्रॉडबैंड प्लस टीवी यूज करते हैं और जैसे-जैसे कस्टमर्स इस वैल्यू चेन में ऊपर मूव करते हैं तो उनका एवरेज रेवेन्यू पर यूजर बढ़ता जाता है जैसे फीचर फोन से स्मार्टफोन तक एवरेज रेवेन्यू पर कस्टमर डबल हो जाता है प्रीपेड से पोस्टपेड तक फिर से एवरेज रेवेन्यू डबल हो जाता है और पोस्टपेड से ब्रॉडबैंड तक रेवेन्यू और बढ़ जाता है एंड.

ब्रॉडबैंड से कन्वर्जड होम तक रेवेन्यू और भी ज्यादा शूट अप हो जाता है और अगर आपने airtel.tv से 30 पर रेवेन्यू जनरेट करते हैं तो तुम समझ रहे हो 6 पर कस्टमर बेस 25 से 30 पर रेवेन्यू जनरेट कर रहा है इसीलिए बाइक है क्योंकि टेनर के सब्सक्राइबर्स को airtel.dth पैटर्न दिखता है तो इसी तरह jio-tele-verification.

के मार्केट में आता है तो डाटा के थ्रू समझने की कोशिश करो कि मार्केट में अपॉर्चुनिटी कहां है इस केस में अगर देखा जाए तो जहां बाकी सारे कंपनीज अपने प्राइस को कम करके jio-tele-verification टाइम खर्च कर देते हैं और दूसरे जो अपने टाइम को बचाने के लिए अपना पैसा खर्च करते हैं एक होता है लो वैल्यू कस्टमर एक होता.

है हाई वैल्यू कस्टमर एक में हाई वॉल्यूम लो मार्जिन में बिजनेस चल सकता है लेकिन दूसरे में लो वॉल्यूम में भी हाई मार्जिन हाई प्रॉफिट बिजनेस चल सकता है अब आपको ये डिसाइड करना होगा कि आप इनमें से किस फिलॉसफी में विश्वास रखते हैं दैट्ची आपके लिए तो फ्री है लेकिन हमारे ग्रोथ के लिए यह बहुत बहुत जरूरी है थैंक यू सो मच आई विल सी यू नेक्स्ट वीक बाय बाय.

[संगीत]

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