जपटो की सक्सेस के पीछे दो हीरो हैं आदित्य पलीज और कैवल वोहरा मुंबई के दो यंग लड़के जो कि अपनी स्टैनफोर्ड की पढ़ाई से ड्रॉपआउट लेते हैं और इंडिया के किराना मार्केट में एंटर करते हैं यह समय था कोविड का जहां इंडियंस तेजी से ऑनलाइन ग्रोसरी एक्सेप्ट करते जा रहे थे और इसी समय यह दो यंग लड़के किराना काट नाम का स्टार्टअप शुरू करते हैं उस समय बेसिकली.

जितने भी स्टार्टअप्स थे वो या तो 12 घंटे में या एक दिन बाद डिलीवरी लोगों को दिया करते थे लेकिन किराना काट मार्केट में आता ही पहले 45 मिनट में डिलीवरी करना शुरू करता है इस 45 मिनट के फॉर्मेट की वजह से इनको पांच से छ हफ्तों के ही अंदर इनको 3 से 400 डिलीवरीज आना शुरू हो गया था डेली और यहीं पे इनको अपनी पहली फंडिंग मिल जाती है वाई कॉमिनेशन से 125000 की इस.

फ्रेश फंडिंग को पाते ही इन्होंने अपना पूरा बिजनेस मॉडल पिवेट किया अब जहां ये पहले पिकअप एंड ड्रॉप की सर्विस किया करते थे मतलब ये किराना वाले दुकानों से सामान लेके लोगों के घरों पे बस डिलीवरी कर देते थे उस समय मार्जिन बहुत लो रहता था लेकिन ब्रांड ने अपने आप को पूरी तरह रीशेप किया और अब यह ग्रोसरी के डार्क स्टोर मॉडल पे शिफ्ट हो जाते हैं जहां पे इन्होंने अपनी.

खुद की इन्वेंटरी डार्क स्टोर में रखना शुरू किया और लोगों के घरों पे 10 मिनट में जाके डिलीवरी करना शुरू कर देते हैं सेपट के नाम से पहले ही साल में सेपट मार्केट में हिट हो गया और इन्होंने 13 पर मार्केट शेयर पे क्विक कमर्स से कब्जा कर लिया और मई 2023 तक सेपट की वैल्यूएशन $900 मिलियन डॉलर पहुंच जाती है मतलब यूनिकॉर्न वैल्युएशन के जस्ट पीछे अपनी.

फर्स्ट ईयर के ऑपरेशन में जेप्टो ने करीब 142 करोड़ का रेवेन्यू किया और 5533 करोड़ खर्च भी कर दिए इसका मतलब ₹1 कमाने के लिए कंपनी ने ₹ प 7 खर्च किए खुद को मार्केट में एस्टेब्लिश करने के लिए जपटो ने एडवर्टाइजमेंट प काफी सारा पैसा खर्च किया और कंपनी को ओवरऑल 3390 करोड़ का लॉस होता है अपने पहले साल में लेकिन 2022 तक जेट को मार्केट में टक्कर देने के लिए कई बड़े.

जाइंट प्लेयर्स आ गए जैसे कि बलिंट जिसको बैक करता है जोमट इसके साथ ही बिग बास्केट जिसको बैक करता है टा ग्रो वहीं र् जिसको बैक करता है स्विगी इन सभी कंपनियों के डीप पॉकेट्स हैं लेकिन फाइनेंशियल ईयर 23 में सेपट ने अपने रेवेन्यू से सबको सरप्राइज करके रख दिया क्योंकि इनका मार्केट शेयर जहां 13 पर था वो बढ़ के 24 पर पे पहुंच गया और कंपनी का रेवेन्यू.

1350 पर बढ़ के करीब 2077 करोड़ पहुंच गया यही नहीं पर डे सेप्टो 55 लाख से ज्यादा आज ऑर्डर 10 से ज्यादा शहरों में डिलीवरी भी करता आ रहा है तो बड़ा सवाल यहां पे उठता है कि बलिंट इमा और इसके साथ ही बिग बास्केट के होने के बाद भी आज सेपट मार्केट में इतना बड़ा प्लेयर कैसे बना रहा तो यहां पे जपटो की कुछ स्ट्रेटेजी है आइए उसको एक्सप्लोर करने की कोशिश करते.

हैं वीक टू ऑफ आवर बिजनेस डे 14 व्हेन वी लच वी लच इन बंडा एंड वी लच इन मरोल री ईस्ट एंड द बिजनेस जस्ट वेंट क्रेजी वेंट फ्रॉम लाइक 100 ऑर्डर्स अ डे टू कपल थाउज ऑर्डर्स अ डे इन 14 डेज र ओनली 5x अवे फ्रॉम टीमा स्केल व्हिच इज 30 बिलियन र कंपनी एंड वी आर ग्रोइंग टू टूथ एक् एवरी ईयर एंड dm3 इयर्स एक्चुअली इंडिया का जो क्विक.

कॉमर्स मार्केट है उसका सबसे बड़ा पेन पॉइंट है कि यहां पे कस्टमर टिकता नहीं है कस्टमर को जहां भी ज्यादा ऑफर्स मिलता है वो उस प्लेटफॉर्म पे चला जाता है इसके बारे में हमने डिटेल में ब्लिंकड के वीडियो में बात किया है अब वो वीडियो भी जाके देख सकते हैं तो यहां पे बलिंट अपने कस्टमर्स को अपने पास रखने के लिए कई सारे कैटेगरी में डील करती है जहां पे वह.

ग्रोसरी से लेकर टॉयज तक इसके साथ ही फैशन से लेकर इलेक्ट्रॉनिक्स तक सब कुछ बेचा करते हैं जिससे कस्टमर को एक ही जगह पे सब कुछ 10 मिनट में मिल जाता है इसलिए बंट के रिटर्न कस्टमर आया करते हैं लेकिन वही सेपट का तरीका दूसरा है जेट अपने मेंबरशिप के तरीके से लोगों को अपने साथ जोड़ती है सेपट ने अपनी मेंबरशिप जपटो पास लॉन्च किया जिसमें वो सिर्फ ₹ 339 में आपको फ्री.

डिलीवरी और हर ऑर्डर प 20 पर डिस्काउंट दिया करते हैं सब्सक्रिप्शन प्लान इतना सस्ता रखने के पीछे कंपनी का मकसद है कि ज्यादा से ज्यादा कस्टमर्स उनसे जुड़ जाएं क्योंकि इंडियंस की जो बेसिक साइक होती है कि वो कहीं थोड़ा सा भी पैसा अगर खर्च कर देते हैं तो वो उसी प्लेटफॉर्म पे बने रहते हैं तो अगर ₹ 339 में पूरे मंथ की फ्री डिलीवरी मिल रही है तो जब भी उन्हें.

ऑर्डर करना होगा वो उसी प्लेटफॉर्म से ऑर्डर करेंगे ऐसा ही जोमट भी किया करता है कि वो कहता है कि आप नेक्स्ट 10 डिलीवरीज आपको सिर्फ ₹ में मिलेगी तो अगर आपने ₹ अगर आपने खर्च कर दिया तो आप अगली 10 डिलीवरीज के लिए आप कंपनी की ग्रोथ के लिए एक इंपोर्टेंट पिलर की तरह है जिसके थ्रू वो नए कस्टमर भी जोड़ती है और इसके साथ ही अपने कस्टमर को.

रिपीट भी किया करती है साल 2021 में स्विगी ने भी अपना ऐसा ही स्विगी मेंबरशिप लांच किया था जिस स्विगी व के मेंबरशिप में वो 99 के ऊपर वो फ्री डिलीवरी दे रहे थे और इसके साथ ही हर ऑर्डर पे वो 20 पर का डिस्काउंट दे रहे थे कुछ समय बाद कंपनी को जब लॉसेस बढ़ने लगे तो कंपनी ने ये जो 99 के ऊपर फ्री डिलीवरी रखा था उसको बढ़ा के 19 कर दिया और जो 20 पर एक्स्ट्रा.

डिस्काउंट मिल रहा था वो भी कंपनी ने हटा दिया अब बड़ा ब सवाल यह है कि जपटो कितने दिन तक इस मॉडल पर सस्टेन कर पाती है वो लोगों को जो फ्री डिलीवरी अपने पॉकेट से दे रही है किस तरीके से वो कैश बन रोकती है इसको हम आगे भी और डिटेल में समझेंगे जपटो की अगली स्ट्रेटजी जो उनके कंपलीटर से उनको अलग बनाती है वो है रेफरल सिस्टम कोई भी कस्टमर अगर जट का है वो किसी को.

रिफर करता है जपटो का पप तो उसको नेक्स्ट ऑर्डर पर 25 पर का ऑफ मिल जाता है अब ये इंडियन कस्टमर का माइंडसेट है कि वो इस 25 पर के लिए वो अपने सारे फ्रेंड्स फैमिलीज में इस ऐप को शेयर करते हैं और डाउनलोड करवाते हैं तो ये अपने आप ही कस्टम के थ्रू इनकी मार्केटिंग हो जाती है और यहां पर कंपनी को एक्स्ट्रा पैसा नहीं खर्च करना पड़ता है वहीं बलिंट और इमा के पास.

ऐसा कोई भी रेफरल का प्लान नहीं है मार्च 2024 के अगर एंड क्वार्टर में हम देखें तो बलिंट का ऐप डाउनलोड 20 पर बढ़ा लेकिन सेपट का ऐप डाउनलोड करीब 66 पर बढ़ गया इस ग्रोथ को अगर हम और करीब से समझे तो हमें कुछ नई चीजें भी दिखाई देती हैं अगर आप जपटो का 2022 का अगर आप टोटल एक्सपेंसेस देखें तो वहां पे कंपनी ने 1676 करोड़ सिर्फ एडवर्टाइजमेंट में सबसे ज्यादा खर्च.

किया था लेकिन 2023 में उसमें काफी बहुत ही मार्जिनल इंक्रीमेंट आता है सिर्फ 216 करोड़ ही कंपनी ने खर्च किया जहां पे कंपनी का रेवेन्यू बहुत ज्यादा जंप हुआ था तो यहां पे दिखाई देता है कि अगले साल में कंपनी ने अपने एडवर्टाइजमेंट के थ्रू कम कस्टमर जोड़े हैं बल्कि अपने दूसरे तरीकों से ज्यादा कस्टमर जोड़े हैं जैसा कि हमने रेफरल की बात किया जेप्टो पास की बात किया.

तो इन तरीकों से जब वो कस्टमर्स को लेके आए हैं तो कंपनी के एक्सपेंसेस कम हुए वहां पे उन्होंने अपने एडवर्टाइजमेंट में काफी पैसे बचा लिए इन तरीकों से इस क्विक कॉमर्स के मार्केट में सबसे बड़ी लड़ाई है मार्जिन की और यहीं पे जपटो अपनी अगली स्ट्रेटजी लगाता है एक्चुअली z के प्लेटफार्म में मीट एक डिमांडिंग प्रोडक्ट है इसीलिए z ने अपना खुद का ब्रांड लिश.

नाम का स्टार्ट किया जिसमें कस्टमर को मीट की डिलीवरी कर रहे हैं इसमें कस्टमर को पैक्ड चिकन से लेकर मैरिनेटेड चिकन तक सब कुछ मिल जाता है जो कि इजली रेडी टू कुक होता है और अपने पहले साल में जपटो ने लिश ब्रैंड के थ्रू करीब 150 करोड़ का धंधा किया है जो कि इनके प्लेटफॉर्म पे लीशियस की सेल से काफी ज्यादा है अगर लीशियस और बाकी ब्रांड्स के थ्रू अगर इनके.

प्लेटफॉर्म पे देखें तो ब्रांड को करीब 8 से 10 पर मार्जिन मिलता है लेकिन जब खुद का ब्रांड लिश नाम का लेके आते हैं तो इनका मार्जिन डबल हो जाता है से 20 पर के बीच में अगले 18 से 24 महीने के अंदर जेट लिश को दूर करीब 1000 करोड़ का रेवेन्यू टच करना चाहता है जो कि एक काफी बड़ा टारगेट है यह रेवेन्यू टच करते ये लीशियस को भी मार्केट में एक बड़ी टक्कर दे रहे.

होंगे अब z की अगली स्ट्रेटजी उससे भी खास है z चाहती है कि 2025 तक वो ऑपरेशनली प्रॉफिटेबल हो जाए जिसमें मार्जिन एक बड़ा रोल प्ले करने वाला है अब ग्रोसरी फैशन इलेक्ट्रॉनिक्स से ज्यादा मार्जिन फूड के बिजनेस में होता है इसीलिए जेप्टो फूड के भी बिजनेस में एंटर कर रही है और साल 2022 में उन्होंने जेप्टो कैफे की शुरुआत किया जेप्टो कैफे की शुरुआत में ये सिर्फ कुछ.

बेसिक आइटम जैसे कि चाय कॉफी या फिर बेसिक स्नैक्स ही लोगों को 10 मिनट में घरों पे डिलीवरी दे रहे थे लेकिन इनको इसमें कस्टमर का इंटरेस्ट दिखाई दिया इसलिए इन्होंने कई सारे वैराइटीज में फूड के एंटर कर लिया जिसमें ब्रेकफास्ट लंच मील और इसके साथ ही डिनर भी था तो मतलब अब 10 मिनट में ही आप बटर चिकन से लेकर पनीर टिक्का और पाव भाजी से लेकर समोसा तक सब.

कुछ जेप्टो कैफे से आप ऑर्डर कर सकते हैं फूड आइटम में जनरली जो मार्जिन होता है वो 40 से 50 पर के बीच पहुंच जाता है जो कि ग्रोसरी के मार्जिन से काफी हाई होता है और अगर इनका फूड का बिजनेस आगे चलता है तो इनका का एवरेज ऑर्डर वैल्यू काफी तेजी से बढ़ेगा आज जेट का एवरेज ऑर्डर वैल्यू करीब 450 से ₹5000000 में डिलीवर करता है वहीं ये 10 मिनट में.

डिलीवरी कर रहे हैं और ये अपने सारे डार्क स्टोर के थ्रू ही कस्टमर को डिलीवर करते हैं वही जो z का मॉडल है वो रेस्टोरेंट के थ्रू डिली डि करता है तो z के पास क्वालिटी कंट्रोल नहीं होता है उतना अच्छा और अगर जेट खुद से ही फूड प्रिपेयर करके डिलीवर करता है तो उनके पास क्वालिटी कंट्रोल भी होगा सेकंड वो 10 मिनट में अगर फूड डिलीवर करते हैं तो वो.

जमटोली वरी मॉडल में एंटर कर रहा था जिसको वो एक पायलट प्रोजेक्ट की तरह बैंगलोर के करीब 810 डार्क स्टोर के थ्रू ऑपरेट कर रहा था कुछ रन करने के बाद इनको वो बिजनेस प्रॉफिटेबल नहीं लगा क्योंकि ये हाई एक्सपेंडिचर का बिजनेस है और इनको ऑर्डर्स भी ज्यादा नहीं आ रहे थे इसलिए कंपनी ने कुछ ही टाइम में उस बिजनेस को बंद कर दिया यहां सेपट को भी स्केल करने के लिए पर.

डार्क स्टोर में अगर वो अपना फूड का भी बिजनेस शुरू करते हैं तो उनको ₹ लाख चाहिए और अभी तक सेपट ने सिर्फ मुंबई और बेंगलोर में ही एक्सपेंड किया है तीसरे सिटी में वो नहीं एंटर किए हैं अगर ये अपने फूड बिजनेस को स्केल करते हैं और इनको ऑर्डर्स आने शुरू हो जाते हैं तो इनका एवरेज ऑर्डर वैल्यू भी बढ़ेगा और जट और स्विग के सामने बड़े कंपीटर भी साबित हो जाएंगे जट की अगर.

अगली स्ट्रेटेजी समझ तो इंडिया का ब्यूटी मार्केट काफी अनऑफिशड आइटम्स खरीदते देखेंगे लेकिन कुछ टाइम पहले मार्केट में एक बड़ा रिवोल्यूशन हुआ और नाइका जैसा प्लेयर आ गया जो आपको सारे ब्यूटी आइटम्स आपके घरों पे डिलीवर कर रहा है बेसिकली ब्यूटी आइटम में जो मार्जिन होता है वो 30 से 40 पर का होता है जो कि ग्रोसरी बिजनेस से अगेन ज्यादा.

है और यहां पे भी जपटो इसी बिजनेस में एंटर करता है जो वो नाको को सीधी कंपूटर अब बनता दिख रहा है नाका जनरली अपने प्रोडक्ट को एक से 4 दिन के अंदर लोगों को घरों पे डिलीवर करता है वहीं जेप्टो इसको सिर्फ 10 मिनट में करके नायका के मार्केट में एक बड़ा डेंट पहुंचा रहा है समझिए जैसे एक शुगर का लिपस्टिक आप नायका से मंगाते हैं तो यहां पे एक्सपेक्टेड.

डिलीवरी आपको दो दिन के अंदर नायका करता है वही जेप्टो से यही लिपस्टिक आपको 10 मिनट में घर पे डिलीवर हो जाता है तो आप खुद ये सोच के बताइए आप कहां से ऑर्डर करेंगे आपको 10 मिनट में वो प्रोडक्ट चाहिए या फिर आप 10 से2 दिन वेट करेंगे सेम प्रोडक्ट के लिए इसीलिए नाइका के सामने अब एक बड़ी मुसीबत बनने वाली है अगर जेटो और ब्लैंकेट जैसे प्लेयर इनके.

कॉस्मेटिक और ब्यूटी मार्केट में एंटर कर जाते हैं तो वहीं z की अगर हम अगली स्ट्रेटजी देखें तो जहां बलिंट अपने इलेक्ट्रॉनिक और बड़े प्रोडक्ट्स को नंबर ऑफ डार्क स्टोर्स बढ़ा के उसमें रखा करता है लेकिन सेपट ने इसके लिए अलग तरीका निकाला है कि अपने बड़े और इलेक्ट्रॉनिक्स को जो प्रोडक्ट होते हैं उसके लिए मार्केट प्लेस लॉन्च कर रहे हैं मतलब जैसे कि अगर.

आपने कूलर ऑर्डर किया तो आपके घर के जो नियर बाई जो भी कूलर की शॉप होगी वहां से जपटो प्रोडक्ट उठाएगा और आपके घर पे जाके डिलीवर कर देगा बीच का मार्सिन यहां पे जपटो को मिल जाता है इसमें जपटो का सबसे बड़ा फायदा होगा उनका जो वेयरहाउस डार्क स्टोर जो होगा वहां पे ये वो प्रोडक्ट को स्टोर करके नहीं रखेंगे बेसिकली कूलर आपको वीक में या मंथ में तीन से से चार ही.

बिकेंगे और अगर वो एरिया ऑक्यूपाइड रहा तो यह जपटो के लिए लॉस है इसलिए उन्होंने मार्केट प्लेस अब वो लॉन्च करने जा रहे हैं जहां पे वो बड़े प्रोडक्ट्स डायरेक्टली रिटेलर से उठा के कस्टमर को दे देंगे और बीच का थोड़ा मार्जिन वो अपने लिए रख लेंगे यह काफी सस्टेनेबल मॉडल होने वाला है लेकिन अगर आप जपटो की सबसे बड़ी स्ट्रेटेजी समझेंगे तो वो आपको इनके.

एक्सपेंशन मोड में समझ में आएगी अगर हम देखें तो आज बलिंट करीब 26 स्टेट्स में अवेलेबल है इमा 29 सिटीज लेकिन सेपट सिर्फ 10 सिटीज में ही अवेलेबल है वहीं अगर हम नंबर ऑफ स्टोर्स भी देखें तो ब्लिंकड के करीब 526 स्टोर्स हैं ार के 490 डार्क स्टोर वहीं जपटो के 360 डार्क स्टोर्स हैं इससे हमें ये समझ में आता है कि एवरेज एक सिटी में जपटो के डार्क स्टोर ज्यादा हैं.

जैसे कि देखें यहां पे तो बलिंट के 20 डार्क स्टोर पर सिटी में आते हैं इमार्क के हर सिटी में करीब 16 डार्क स्टोर्स हैं वहीं जपटो के हर सिटी में करीब 36 डार्क स्टोर्स हो जाते हैं मतलब एक सिटी में नंबर ऑफ डार्क स्टोर्स काफी ज्यादा है जपटो के यही इनका सबसे बड़ा एज है तो जैसे ही कस्टमर ने ऑर्डर किया ये फ्रीक्वेंसी कस्टमर को डिलीवर करके आते हैं जब जल्दी.

डिलीवरी होगा तो नेक्स्ट ऑर्डर भी जल्दी आएगा क्योंकि कस्टमर अपने उस ऑर्डर के लिए सेटिस्फाइड रहेगा इसीलिए सेपट का जो मॉडल है वो नंबर ऑफ सिटीज बढ़ाने से ज्यादा वो एक ही सिटी में अपने नंबर ऑफ डार्क स्टोर्स बढ़ाने पे फोकस कर रहा है इसीलिए सेपट मार्केट में सबसे ज्यादा रिलेवेंट बना हुआ है क्योंकि वो पर सिटीज में ही वो एक्सपेंड करने की कोशिश कर रहे हैं.

उन्होंने 10 सिटी से ज्यादा एक्सपेंड किया ही नहीं अभी तक वो सिर्फ मेट्रो सिटीज को फोकस कर रहे हैं जिसमें दो बड़े टारगेट उसके हैं एक है मुंबई और दूसरा है बेंगलर जहां पे उन्होंने अपनी पूरी फोकस लगा के रखा है क्योंकि सबसे ज्यादा पैसा उनका वहीं से आता है और इसीलिए flipkart.co को करीब ढा बिलियन डॉलर पे खरीदने की कोशिश कर रही थी जो कि फेल हो.

गया लेकिन जेप्टो की इस ऊंची उड़ान में कई क्रैक्स भी दिखाई देते हैं अगर जेप्टो ने उन प्रॉब्लम्स को सॉल्व नहीं किया तो मार्केट में बैंकर पट भी हो सकती है आइए आपको वो भी समझाते हैं जेट की सबसे बड़ी स्टेंट है जेतो पास जिससे वो कस्टमर को मेंबर बनाते हैं लेकिन उसके थ्रू जो सबसे बड़ी प्रॉब्लम है कि उसके थ्रू कंपनी को लॉसेस भी बहुत ज्यादा बढ़ते हुए दिख रहे.

हैं क्योंकि जेप्टो पास के थ ये फ्री डिलीवरी दे रहे हैं और 20 पर ऑफ दे रहे हैं जिसकी वजह से एवरेज ऑर्डर वैल्यू रिड्यूस हो जाता है जिससे कंपनी के प्रॉफिटेबिलिटी पर सीधा असर पड़ता है और यह बात सेपट को भी पता है सेपट पास से रिपीट कस्टमर तो आते हैं बट कंपनी को अल्टीमेटली उससे भी लॉस हो जाता है जैसे कि आप अगर देखें तो जेट की मेंबरशिप ₹1.

में किसी कस्टमर ने खरीदी अब वो कस्टमर चार बार भी महीने में प्लेटफॉर्म पे आता है तो उसको डिलीवरी डिलीवरी में ही कंपनी को लॉस हो जाता है आप समझिए अगर ₹2500000 कंपनी ने कमाया सिर्फ ₹ ही मेंबरशिप से मतलब 80 से ज्यादा ये कंपनी यहां पे लॉस कर रही है इस लॉस को भी कंपनी को बियर करना है और यह सारे लॉसेस इनके फाइनेंस में दिखाई दे जाते हैं जपटो का लॉस 390.

करोड़ से बढ़कर करीब 1272 करोड़ पहुंच गया है और यह प्रॉब्लम कंपनी को भी दिखाई दे रही है इसलिए वो अलग-अलग तरीके लगा रहे हैं इस लॉस को दूर करने के लिए अपने लॉसेस को रिड्यूस करने के लिए जेप्टो ने सेपट पास के थ्रू एक एक्सपेरिमेंट किया जहां पे आपको फ्री डिलीवरी ऑटोमेटिक मिल जाया करती थी कंपन्य उस प्रोसेस को मैनुअल कर दिया इसका मतलब यह है कि कि अगर आप फ्री.

डिलीवरी अप्लाई करेंगे तो ही आपको मिलेगा और अगर आप जल्दी में उसे भूल गए तो आपको डिलीवरी चार्ज पे करना पड़ेगा अपने पास से यह बात कस्टमर्स को बहुत जल्दी समझ में आ गई इसलिए बहुत सारे कस्टमर्स ने एक् प्लेटफॉर्म और कई सारे जगहों पे इस बात को लिख के अपना गुस्सा भी दिखाया कि जहां बता रहे हैं लोग कि सेपट अपना प्रोसेस को मैनुअल कर दिया है ताकि वो कस्टमर से कुछ.

पैसे एक्स्ट्रा ले सके सिर्फ डिलीवरी ही नहीं जपटो अपने बढ़ते हुए लॉसेस को देखते हुए उसको सॉल्व करने के लिए कई और ट्रिक्स भी लगा रही है जैसे कि पास के थ्रू आपको फ्री डिलीवरी चार्ज तो नहीं देना पड़ेगा लेकिन आपको पी कार्स में सर्च फी और रेन फिस तो देना पड़ेगा तब भी इसको ब्रांड ने स्मार्टली प्ले करते हुए हाइड करके रखा है जो आपको क्लिक करने पे ही पता चलता है.

ज्यादातर कस्टमर तो ये चार्जेस चेक भी नहीं करते हैं इसके साथ ही जेट हैंडलिंग चार्ज भी चार्ज करती है जो कि 5 से ₹1 के बीच में होता है वहीं बलिंट का हैंडलिंग चार्ज ₹ फिक्स है और s का ₹5000000 कैश बन को मैनेज करना चाहती है वो अपने बढ़ते लॉसेस को रोकना चाहती है यहां पे कंपनी को आने वाले दिनों में लॉसेस कवर होते हुए भी दिखाई देंगे लेकिन.

इससे कंपनी को एक प्रॉब्लम भी है कुछ समय में कस्टमर इन बढ़ते हुए फीसस को समझ जाते हैं और वो प्लेटफॉर्म छोड़ने लगते हैं जैसे ही उनको दूसरा ऑप्शन मिल जाता है अगर सेपट इन प्रॉब्लम्स को सॉल्व कर ले गई तो वो मार्केट में हिट हो सकती है अपने इन स्ट्रेटेजी की वजह से सेपट अभी तक प्रॉफिटेबल तो नहीं हुआ है लेकिन अब भी वो मार्केट में 28 पर मार्केट शेयर के साथ.

स्टैंड करता है जपटो जैसे कि एक बिल्कुल यंग कंपनी है है जिसके यंग फाउंडर्स हैं तो बड़ा सवाल अब भी है कि वो बलिंट इमा और बबन जैसे बड़े प्लेटफार्म के सामने कैसे ऐसी स्ट्रेटजीजर तैयार कर लेते हैं और कैसे उनके सामने वोह सरवाइव भी कर रहे हैं इसके पीछे का सबसे बड़ा रीजन है उनकी टीम क्योंकि भले ही ये फाउंडर्स नहीं हैं लेकिन इनके टीम बहुत ही स्ट्रांग है आइए.

आपको वो भी बताते हैं जपटो के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर है विकास शर्मा जो कि पहले चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर है वह है रमेश बाफना जो कि पहले सीएफओ थे जिलिंगो नाम के एक ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के इसके साथ ही व मिा का भी ऑनलाइन फैशन मार्केट पूरा देख चुके हैं साथ ही इनके जो चीफ ब्रांड ऑफिसर है चंदन मदीरत्ता वो भी जमेटो का ब्रांड मैनेजमेंट पूरा संभाल चुके हैं पहले.

इन्हीं एक्सपीरियंस लोगों के साथ मिलके जेट ऐसी स्ट्रेटजी बनाती है जहां पे वो बलिंट जैसे बड़े ब्रांड के सामने सरवाइव कर पाती है जेप्टो का ऐसा कहना है कि अभी उनके करीब 200 से ज्यादा डार्क स्टोर्स प्रॉफिटेबल हो गए हैं और वो सितंबर 20224 तक वो पॉजिटिव पे आ जाएंगे और इसीलिए सेपट अपने इन्वेस्टर्स की फेवरेट अभी भी बनी हुई है करंट उनका मार्केट वैल्यूएशन 1.4.

बिलियन डॉलर है लेकिन हाल ही में एक न्यूज़ है कि वो ढा बिलियन डॉलर पे फंडिंग उठाने वाले हैं तो जपटो की वैल्युएशन आने वाले टाइम में बढ़ने वाली है लेकिन आपको यह बड़ा सवाल अभी भी है कि क्विक कॉमर्स का मार्केट किस तरफ जाने वाला है हमने मार्केट के तीनों टॉप प्लेयर के बारे में वीडियो बनाया है जिसमें हमने बिग बास्केट बलिंट और तीसरा हमने सेप्टो के ऊपर भी केस.

स्टडी बनाया है ये तीनों वीडियो आप अगर पूरा देखते हैं तो आपको क्विक कॉमर्स मार्केट बहुत ही इनसाइड और डीप नॉलेज आपको समझ में आएगी अगर एक कॉमर्स मार्केट प हमारी सीरीज आपको पसंद आई होगी तो हम र् पे भी जल्दी वीडियो बनाएंगे वीडियो कैसी लगी आप कमेंट ऑप्शन में जरूर लिख के बताइएगा वीडियो अच्छी लगी तो वीडियो को लाइक करिएगा अपना ओपिनियन भी आप कमेंट.

ऑप्शन में जरूर लिख के बताइएगा मिलेंगे अगली वीडियो में फिर से

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