जीडीपी ग्रॉस डोमेस्टिक प्रोडक्ट फिलहाल इंडिया की जीडीपी की ग्रोथ रेट काफी अच्छी चल रही है 8.2 की है पिछले साल ये 7 पर प थी जो बहुत स्टेबल है जो अच्छी बात है पर जीडीपी का कम या ज्यादा होना एक कॉमन इंसान पर कैसे इफेक्ट करती है सबसे पहले तो एंप्लॉयमेंट बढ़ता है अगर जीडीपी बढ़ रही है तो कंपनी ज्यादा हायरिंग करती है क्योंकि लोगों की जरूरत पैदा हो जाती है.
जीडीपी जब कम होती है तो रिसेशन आता है ओबवियसली कंपनीज में ले ऑफ होता है और हायरिंग भी नहीं होती है जिंदगी में बड़ी तकलीफें होती है क्योंकि इसका पूरा असर कॉमन मैन पे डायरेक्टली होता है महंगाई आ जाती है अगर एक कंट्री में डोमेस्टिक प्रोडक्ट या सर्विस प्रोड्यूस नहीं होगी तो बिकेगा नहीं और अगर बिकेगा नहीं तो देश के पास रेवेन्यू कैसे आएगा इकोनॉमी कैसे.
बनेगी और अगर इकोनॉमी ही सही नहीं है तो आता है रिसेशन और महंगाई और फिर महंगाई से बचने के लिए आपको चाहिए पैसे जो आपके पास शायद है नहीं क्योंकि रिसेशन में नौकरी चली गई या आपका बिजनेस नहीं चला क्योंकि डिमांड कम हो गई और सप्लाई महंगा हो गया कुल मिला के बात यह है कि जीडीपी डायरेक्टली असर करती है देश के हर परिवार को फिलहाल इंडिया की जीडीपी अच्छी चल रही.
है और बहुत अच्छी बात है मिलते हैं अगली वीडियो में टेक केयर एंड बाय बाय