कर दो कि आईटीसी आईटीसी जहां आज यह कंपनी हर सेक्टर में घुस चुकी है जैसे कि अ एमसीजी इंक्लूडिंग ब्रांच लाइक सनफेस्ट भिगो आशीर्वाद एक्स्ट्रा इन होटल बिजनेस विद ओवर हंड्रेड प्लस होटल्स इन आईटी बिजनेस बीच कंसलटेंसी एंड सॉफ्टवेयर रिलेटेड सर्विसेज इन पर्सनल केयर बिजनेस विच.

ब्रांच लाइक शेयर लोन श्यामा वेल एक्स्ट्रा इंच स्टेशनरी बिजनेस विद क्लासमेट और भी कई अदर सेक्टर ऐसे हैं जहां आईटीसी का नाम चलता है पर इन सभी सेक्टर को मिलाकर भी आईटीसी का सिर्फ 50% रिवेन्यू आता है अच्छा तो फिर बचाव 50% वह कहां से आता है आईटीसी का फुल फॉर्म है इंडियन टोबैको कंपनी जी हां इतना प्रोडक्ट डायवर्शन होने के बाद भी आज भी आईटीसी के.

टोटल रिवेन्यू का आधा रेवेन्यू आईटीसी क्विट टोबैको बिजनस से आता है इंडिया में आईटीसी के टोबैको प्रोडक्ट्स की बहुत ही ज्यादा स्ट्रोंग मोनोपली है और आईटीसी का ज्योति दा तंबाकू मतलब टोबैको प्रोडक्ट्स को मैन्युफैक्चर करना ही था इन बिल्डिंग ब्रांच गोल्ड फ्लेक प्लेयर्स फॉर स्क्वायर एंड मोर 90 शुरू हुई थी यह कंपनी इंटीरियर टोबैको कंपनी के नाम से जहां यह लोग एक.

रेंज की जगह थे सिगरेट टोबैको मैन्युफैक्चर करते थे अगला स्टेप दोनों ने उठाया तो यह था पहले यह सिर्फ टोबैको बनाते थी और पैकेजिंग को बाहर से आउट सोर्स करते थे इन्होंने फिर हाई डिमांड के चलते एक अलग फैक्ट्री लगाई यहां यह लोग अपनी सिगरेट और टोबैगो के लिए इन हाउस पैकेजिंग और प्रिंटिंग का काम करने लगे एक लहसुन हमें यहां पर सीखने को मिलता है कि.

बिजनेस में जब तक पूरे छोड़ना हो जाओ की प्रोडक्ट चलेगा या नहीं चलेगा आप बिजनेस एक्स्पेंसेस जितने हो सके उतने कम रखो था आगे चलकर अगर मार्केट के सिगनल्स देता है तो बिल्कुल आप जितना हो सके उतना लेवरेज करो और इसी बात को ध्यान में रखते हुए जहां यह लोग पहले फ्रंट की जगह पर मैन्युफैक्चरिंग तैरा करते थे प्रोडक्ट पर कॉन्फिडेंस आने के बाद 1977 में इन्होंने.

अपनी खुद की प्रॉपर्टी खरीदी हुई एक rs.10000 की और आ है वहीं फ्री लेग rs.10000 की प्रॉपर्टी वरजीनिया हाउस के नाम से जानी जाती है जो कि आज इनका थर्ड क्वार्टर है 1972 में इन्होंने इंपीरियल टोबैको कंपनी से नाम चेंज करके इंडियन टोबैको कंपनी रंगिया देखो टॉफियों का बिजनेस को इतना अच्छा चल ही रहा था वर्क कंपनी और यह दर सेक्टर्स में पेश करना.

चाहती थी अब देखो इंडियन टोबैको कंपनी के नाम से तो अंदर सेक्टर्स में एक्सप्लेन नहीं किया जा सकता क्योंकि नाम के अंदर टोबैको आने की वजह से लोगों के ट्रस्टियों सा जाते इसी लिए एक स्मार्ट मूव इन्होंने यह खेला इंडियन टोबैको कंपनी के नाम की शॉर्ट फॉर्म बनाकर आईटीसी नाम रख दिया इन्होंने कंपनी का नाम बदलने के बाद ही आईटीसी पहली बार टोबैको बिजनेस के बाहर.

होटल इंडस्ट्री में उतरा जहां आज इनके हंड्रेड से भी ज्यादा होटल्स है और दुबई अमेरिका जैसे कई देशों में टाइप करके आईटीसी होटल साहिब ग्लोबल को टेस्ट टीम बन चुकी है टोबैको एंड होटल दो सिस्टर्स में हिट होने के बाद आईटीसी ने पेपर बोर्ड मतलब जो बॉक्स वाला यह होता है ना जो नोट बुक के ऊपर भी कवर होता है उसे मैंने से पहनने के लिए इन्होंने एक नई यूनिट बनाई.

1992 में आईटीसी ने ईटी अल नाम की एक कंपनी को अफवाह करार यह वही कंपनी है जो आईटीसी के सिगरेट के ऊपर के पेपर बनाती थी आगे चलकर 1919 में आईसीसी ने अपने एग्रीकल्चर बिजनेस की शुरुआत करी आज आईडीसी के एग्री बिजनेस के बारे में एग्रीकल्चर की फील्ड में मिसालें दी जाती है इनके एक इनिशिएटिव की वजह से जिसका नाम था कि चौपाल जहां फॉर्मैट्स फॉर ऑनलाइन.

पोर्टल के थ्रू अपने प्रोड्यूस को बेच सकते थे एकदम फेयर प्राइज पर आईटीसी का कहना है इनके इस इनिशिएटिव के कारण फार्मर पहले से 50% ज्यादा कमाने लगे और आज आईडीसी इंडिया स्वरों सब बिगेस्ट एक्सपोर्टर है एग्रीकल्चर प्रोडक्ट्स का अब पेरेंट्स को टोबैको बेचने के बाद आईटीसी बच्चों के लिए एक स्टेशनरी ब्रांड को लेकर आया लास्ट मुमेंट जहां आईटीसी हर.

तरीके के स्टेशनरी प्रोडक्ट्स को बनाने लगा और प्रीमियम क्वालिटी का होने के कारण हायर प्राइस पर बेचने लगा फिर यह विल्स लाइफस्टाइल नाम से एक ड्राफ्ट बनाकर फैशनेबल क्लॉथिंग के सेगमेंट में भी उतरे अ गुलाब क्विन ने उठाया इन्फोटेक सेगमेंट में जाकर जहां आईटीसी इन्फोटेक नाम से कंपनी जो कि टाटा कंसलटेंसी सर्विस आठ सीरियल विप्रो और इंफोसिस जैसी आईटी.

कंपनीज की तरह बिजनेस कंसल्टेंसी टेक्नोलॉजी सलूशन जैसी सर्विस देने लगी 22वें ग्रोसरी सेगमेंट में आईटीसी आशीर्वाद नाम के ब्रांड को लाया अपना अगला प्रॉफिटेबल मूव इन्होंने लिया संतुष्ट को मार्केट में उतार कर प्रॉफिटेबल इसलिए क्योंकि 837 अपनी इंडस्ट्री में इंडिया का सबसे बड़ा प्लेयर है 2017 में इन्होंने अपना टिप्स ब्रांड भिगो निकाला फिर 2010.

में इन्होंने नीचे कंप्लीट करने के लिए यूपी नूडल्स को लांच किया नेगी की जीनियस मार्केटिंग स्ट्रैटेजिस के बारे में वैसे हमने एक वीडियो बनाई है लिंग बिना डिस्क्रिप्शन आगे चलकर फिर आप किसी ने अपने ब्रांड अंब्रेला के अंदर गिविंग अल्म्स फ्रूट जूस चॉकलेट सिरप ऑफिस मसाले इसे कई और प्रोडक्ट की लाए आगे चलकर इन्होंने मंगलदीप नाम से कंपनी खोली ले.

जितने भी पूजा के सामान आते हैं ना वह बनाने लगे आगे आईटीसी बॉडी केयर ब्रांड जैसे कि पीएम आवेल एक्स्ट्रा को लांच कर आईपीएल 2018 के अंदर आईटी जी ने परफ्यूम प्रोड्यूस की कंपनी फिंगर्स को लांच किया उसके बाद आगे पॉपुलर कंपनी जिसका नाम है सैलॉन उसे एक दिल में खरीद लिया जिस कंपनी की शुरुआत टोबैको जिसके हानिकारक चीज को बेचने से हुई थी आज वही कंपनी बच्चों के.

लिए प्रोडक्ट्स बना रही है और मर्ज़ की हेल्प कर रही है देश में एंप्लॉयमेंट अपॉच्र्युनिटी इसको जनरेट कर रही है होटल स्कूल रही है खाने-पीने के आइटम्स विच रही है इतना डायवर्सिफिकेशन किसने किया हाईट इसी के एक्सप्रेशन के मेजॉरिटी आफ ट्रॉफी के फाइनल डिसीजन दिए थे आईटीसी के फॉर्मर सीईओ मिस्टर देवेश्वर ने जिन्हें पद्मभूषण अवॉर्ड मिला गया है फोर्ब्स की एक लिस्ट.

में यह वर्ल्ड के टॉप सीरीज में से एक रह चुके हैं 1996 से 2017 तक कि आईटीसी की सीईओ रह चुके हैं एक और रिकॉर्ड है इनके पास ही इंडिया के सभी सीरियल्स में से सबसे लांगेस्ट ड्यूरेशन तक सी कि पोजीशन पर रह चुके हैं इनके आते ही आईटीसी एक लहर की तरह आए दिन नए प्रोडक्ट्स लाने लगी फॉर ए न्यू हाइट्स को अचीव करने लगी हो [संगीत].

हुआ है

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