50 बिलियन डॉलर की कंपनी क्यों आखिर सिर्फ 5.4 बिलियन यूरोस में बिक गई जानेंगे इस वीडियो में वेल यह वाली रिंगटोन सन के बहुत सारी पुरानी यादें फिर से ताजा हो जाती है ना एंड आई बेट की milnier जेनरेशन का सबसे पहला मोबाइल फोन इसी कंपनी का होगा इनफेक्ट उनके घर का सबसे पहला मोबाइल फोन इसी कंपनी का ही होगा आप कमेंट करके जरूर.

बताइए की आपका सबसे पहला फोन कौन सी कंपनी का था मूविंग ऑन अगर आप अभी भी नहीं समझ पाए हैं की यह कौन सी कंपनी है तो इस कंपनी का नाम है नोकिया और एक क्वेश्चन है वर्ण दिस कॉन्फिडेंट की मैंने वीडियो की स्टार्टिंग में ये बोल दिया था की मैक्सिमम चांसेस है आपका फर्स्ट फोन नोकिया होगा बट आजकल तो नोकिया का कोई उसे ही नहीं करता प्रेजेंट टाइम के बिगेस्ट.

प्लेयर्स आर एप्पल रियल मी रेडमी ओप्पो वीवो लेकिन इन सब में नोकिया तो कहीं काउंट भी नहीं होता है अब अगर मैं आपको ये बताऊं की दुनिया का फर्स्ट एसएमएस मेरी क्रिसमस नोकिया के फोन से गया था फर्स्ट 2G कॉल नोकिया के फोन से गया था और एक टाइम था जब नोकिया ने वर्ल्ड वाइड मोबाइल फोन मार्केट को सिंगल हैंडेडली डोमिनेट रखा था तो वेल आज हम नोकिया के सफर की बात.

करेंगे यानी की आज की केस स्टडी इस अबाउट नोकिया एंड व्हाट वेंट रंग विद डेम और इन फैक्ट अगर आज भी हम ड्युरेबिलिटी और बिल्ड क्वालिटी की बात करते हैं तो यहां पे तो ये कहा जाता है की नोकिया के फोंस बुलेट्स को भी रोक सकते हैं लेकिन बढ़ते बाजार और बदलते वक्त के साथ-साथ ऐसा क्या हुआ की इंडिया की 70% से भी ज्यादा मोबाइल मार्केट पे जिस कंपनी ने कब्जा कर रखा था.

आज उसको कोई पूछता भी नहीं है तो मैंने कहानी शुरू होती है ऑलमोस्ट 150 में रहने वाले फेडरल के डिस्टर्ब जो की एक पेपर मिल के शुरुआत करते हैं बिल्कुल एक्सपेंड करने के लिए की हेल्प लेते हैं और देखते ही देखते बिजनेस सक्सेस की तरफ उनका बढ़ता जाता है अब इसके बाद दोनों इलेक्ट्रिसिटी बिजनेस में अपना लग ट्राई करते हैं और कुछ टाइम के बाद एक.

इलेक्ट्रिसिटी जेनरेशन प्लांट की शुरुआत करते हैं और वर्ल्ड वॉर के टाइम पे लोगों को इलेक्ट्रिसिटी प्रोवाइड करना स्टार्ट कर देते हैं वेल उसे वक्त इस कंपनी का नाम पड़ता है नोकिया अब लेकिन कुछ टाइम के बाद इलेक्ट्रिसिटी का बिजनेस थोड़ा स्लो हो गया और उसे टाइम दोनों ने डिसाइड किया अब वह लोग अलग-अलग बिजनेस में अपने हैंड्स ट्री करेंगे उसके बाद नोकिया ट्यूब्स.

केमिकल्स प्लास्टिक गैस मास्क एट सेटेरा में वो इंटर कर जाते हैं अब उन दिनों टेलीफोन एक लग्जरी हुआ करता था और टेलीफोन उसे करने के लिए लोगों के पास ना तो पैसे होते द और ना ही उतने रिसोर्सेस होते द और उसके बाद 1960 में नोकिया ने टेलीफोन बिजनेस में इंटर करके सब कुछ बदल लिया था वेल उसे टाइम मैनली रेडियो फौंट्स चलते द जो की मैनली कार्स में उसे होते द और.

मिलिट्री के पास होते द 1980s की स्टार्टिंग में नोकिया ने 1g नेटवर्क के ऊपर कम करना स्टार्ट कर दिया था 1981 में नोकिया ने फिनिश मोबाइल फोन कंपनी मोबाइल का 100% कंट्रोल ले लिया था जो बात में नोकिया मोबाइल फोन में एक बहुत ही बड़ा पार्ट प्ले करने वाला था उसके बाद मोनेरा सेनेटर के नाम से अपना पहला कर फोन उन्होंने लॉन्च किया लेकिन इसमें भी काफी.

ड्रॉपबॉक्स द जैसे की इस फोन का वेट 10 क था और ये सिर्फ कर्ज नहीं उसे किया जा सकता था लेकिन उसके बाद भी ये फोन लोगों को काफी पसंद आया और इसके बाद 1987 में नोकिया ने अपना पहला पोर्टेबल मोबाइल फोन मोबेरा सिटी मैन के नाम से लॉन्च किया अब इस फोन का वेट सिर्फ 800 ग्राम था और ये इतना लाइट वेट और पोर्टेबल होने की वजह से लोगों के बीच में ये फोन एक हॉट टॉपिक बन.

गया था लेकिन एक इशू था ये फोन बहुत ज्यादा एक्सपेंसेस था जिसकी वजह से इस फोन को आम लोग अफोर्ड ही नहीं कर सकते द और लोगों के लिए ये फोन एक स्टेटस सिंबल बन चुका था लोगों ने उसे टाइम के यूएसएसआर के प्रेसिडेंट govershow के फोन को उसे करते हुए देखा था और 1988 में चेयरमैन एंड सीईओ karyakara मो कमिटेड सुसाइड इन दिसंबर उसके बाद नोकिया मैनेजमेंट सिस्टम को.

रीस्टार्ट किया ताकि रिपोर्टिंग प्रक्रिया को आसान बनाया जा सके और वो सेंट्रल मैनेजमेंट के थ्रू ही कंट्रोल हो वेल नोकिया वाज डिवाइडेड इन सिक्स बिजनेस ग्रुप कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स डाटा मोबाइल फोंस टेलीकम्युनिकेशन केबल्स एंड मशीनरी एंड बेसिक इंडस्ट्रीज रैबिट ग्रोथ वैसे नॉट विदाउट अन कॉस्ट इनसाइड ऑफ डीज एफर्ट्स नोकिया प्रोटेक्ट्स प्रॉफिट.

कंटिन्यू तू डिक्लाइन इन 1989 एंड 19 टर्मिनेटिंग लॉस ऑफ हंड्रेड एंड तू मिलियन डॉलर इन 1991 बट नोकिया remenmed कमिटेड तू इट्स हाई टेक ओरिएंटेशन लेट इन 1991 डी कंपनी स्ट्रेंथ एंड डेट डेडीकेशन बाय प्रमोटिंग जर्मन आलेला फ्रॉम डी प्रेजेंट ऑफ नोकिया मोबाईल इन कॉर्पोरेशन जिसका नाम आगे चेंज होकर नोकिया मोबाइल हो गया था तू ग्रुप रेजिडेंट शॉप्स फ्लेमिंग मिक्स.

क्रेडिट आलेला विद ट्रांसफॉर्मिंग नोकिया फ्रॉम अन मणि लॉजिंग हॉट पीओएस ऑफ कंपनी इन वैन ऑफ टेलीकम्युनिकेशंस मोस्ट प्रॉफिट टेबल कंपनी वेयर jonmolela जब कम कर रहे द तब नोकिया सक्सेस की सीढ़ियां बहुत तेजी से चल रहा था और globalli उनको रिकॉग्निशन भी मिलने लगी थी कंपनी की सेल्स जो है वो डबल थ्री की ज्यादा हो गई थी फ्रॉम 15.5 बिलियन इन 1991 तू 36.8 बिलियन इन 1995.

एंड इट्स बॉटम लाइन रिबाउंडेड फ्रॉम नेट लॉस ऑफ 723 मिलियन इन 1992 2 और 2.2 बिलियन प्रॉफिट इन 1995 सिक्योरिटी इस इंस्टॉल्स डिड नॉट मिस्टेक मार्केट केपीटलाइजेशन टाइम्स फ्रॉम 1991 तू 1994 और इसके बाद साल 1994 मैं नोकिया ने अपना 2110 फोन लॉन्च किया [संगीत] ने इस फोन के 4 लाख.

मिल गए द और इसके बाद लोगों के बीच में ये एक नॉन ब्रांड बन गया था और सिंगल हैंडेड ली पुरी की पुरी मोबाइल फोन की मार्केट पर राज करने लगा था अब यहां पर क्वेश्चन ये है की जिस कंपनी ने पोर्टेबल मोबाइल फोन को जन्म दिया था इनोवेशन पे इनोवेशन वो करता गया था लोगों के बीच में इतना वेल नॉन ब्रांड बन गया था उसके बाद वो क्या फुल कैसे हुआ लोगों का कहना है की नोकिया.

ने टच फोंस को अडॉप्ट नहीं किया था इसलिए वो फैल हुआ कुछ बोलते हैं की नोकिया ने एंड्रॉयड का उसे नहीं किया था वो इसीलिए फैल हुआ लेकिन यहां पर कहानी कुछ और है वीडियो को एंड तक जरूर देखना 2000 से लेकर 2005 नोकिया के गोल्डन इयर्स में काउंट होते हैं अब इस बीच में नोकिया ने अपना 1100 और 1110 लॉन्च किया जो हमने इसे मैक्सिमम लोगों ने उसे किया होगा उसे टाइम.

पे कंपैरेटिव मार्केट में द लेकिन फिर भी ऑन एवरेज 10 में से 8 फोंस नोकिया के होते द और नोकिया के एक्स ए प्रेसिडेंट फ्रें वो ने कहा था की नोकिया नेवर एक्ट इनोवेशन इन फैक्ट सबसे पहला टच स्मार्टफोन और सबसे पहला टैबलेट नोकिया नहीं बनाया था लेकिन वो कभी मार्केट में आया ही नहीं क्योंकि नोकिया की मैनेजमेंट ने अप्रूवल नहीं दिया था एंड दिस इस वैन ऑफ डी मेजर रीजन नोकिया.

का जो डाउनफॉल था टच फोन और टैबलेट नहीं बल्कि मैनेजमेंट और नोकिया ने ये चीज लॉन्च नहीं की लेकिन बाकी कंपनी इसमें पीछे नहीं रही थी वो इनोवेशन करती गई लोगों के सामने प्रेजेंट भी करती गई और एक कहावत बहुत फेमस है आउट ऑफ साइड आउट ऑफ माइंड 2006 में जब नोकिया का मैनेजमेंट चेंज हुआ था उसे टाइम में नोकिया अपनी एन सीरीज फोन मार्केट में इंट्रोड्यूस कर हुआ.

था और 2007 में मार्केट में एक ऐसी कंपनी आएगी जो टोटल मार्केट परसेंटेज का एक मेजर अपनी तरफ अट्रैक्ट करने वाली थी और वो कंपनी थी एप्पल और दुनिया के सामने आईफोन लॉन्च होता है और आईफोन मोबाइल मार्केट में एक रिवॉल्यूशन की तरह आया था और अब ध्यान देने वाली बात ये है की आईफोन अपने टाइम का फुल्ली टॉप स्क्रीन फोन था गूगल ने भी अपना एंड्रॉयड टच स्क्रीन फोन लॉन्च.

कर दिया था लेकिन एप्पल के लॉन्च बात भी 2007 में पुरी दुनिया में आदेश स्मार्टफोन नोकिया के ही बिकते द और एप्पल सिर्फ 5% मार्केट कैप्चर कर पाया था क्योंकि नोकिया एंड्रॉयड या फिर आईओएस की जगह अपना migoos उसे करता था और वो सिस्टम इतना अच्छा था की लोगों को नोकिया के फोंस छोड़ने के मैन ही नहीं करता था लेकिन इसके बाद स्टीफ इन अलोकी एंट्री होती है नोकिया में आने से.

पहले स्टीफन माइक्रोसॉफ्ट में एमएस ऑफिस के प्रोडक्ट है द और स्टीफन की मुलाकात होती है माइक्रोसॉफ्ट के उसे टाइम के सीईओ बलमा और उसे मीटिंग में डिसाइड होता है की अब से नोकिया मीगो की जगह माइक्रोसॉफ्ट का ऑपरेटिंग सिस्टम अपने फोन में उसे करेगा और उसके बाद से नुस्खे ने जितने भी फोंस मार्केट में ड्रॉप करें वो चल ही नहीं पाए द क्योंकि जहां पर एक तरफ दूसरी मोबाइल.

कंपनी कस्टमर के लिए मोबाइल इंटरफेस इजी बनाने के चक्कर में लगी थी वहीं पर नोकिया का माइक्रोसॉफ्ट ऑपरेटिंग सिस्टम इतना परिसर था की जल्दी लोगों को समझ ही नहीं आता था और जब कंपनी ऑलरेडी स्ट्रगल कर रही थी उसे टाइम में इससे बड़ी गलती कोई नहीं कर सकता था लोगों ने नोकिया के फोंस लेना बंद कर दिया था और 12 से लेकर 13 तक नोकिया लोगों के दिमाग.

और फोंस मार्केट से जैसे गायब ही हो गया हो वाल थर्ड सितंबर 2013 माइक्रोसॉफ्ट ने नोकिया को 5.4 बिलियन यूरोस में बाय कर लिया था सिग्नेचर विंडमिल फॉर सर होल्डर्स एंड विन फॉर कस्टमर ऑफ बोथ कंपनी वेल अब अगर आप नोकिया के लास्ट कुछ साल देखते हो तो रीस्टार्ट हो जाओ उसका ये मानना है की स्टीफन हॉप की पॉलिटिक्स कंपनी को ले लूं जब उन्होंने.

माइक्रोसॉफ्ट छोड़कर नोकिया को ज्वाइन कर लिया था तब से कंपनी के कॉन्ट्रैक्ट से लेकर सेलिंग तक सब माइक्रोसॉफ्ट के पास ही रहा है लेकिन हम इसके बारे में कुछ और नहीं बोलेंगे मगर नोकिया की इस केस स्टडी से एक बहुत ही इंपॉर्टेंट चीज समझ आती है वो ये है की कोई फर्क नहीं पड़ता कंपनी कितना अच्छा कर रही है या फिर वर्ल्ड वाइड वो कितनी बड़ी कंपनी बन चुकी है हर कंपनी.

को अकॉर्डिंग तू कस्टमर नीड इनोवेशन करते रहना चाहिए एंड कस्टमर के लिए किसी पार्टिकुलर कंपनी का प्रोडक्ट समझना जितना आसान होगा उतना ही बार उसे प्रोडक्ट की तरफ ज्यादा अट्रैक्ट होगा वेल आपको इसके स्टडी से क्या सीखने को मिलता है ये हमें नीचे कमेंट सेक्शन में जरूर बताएं फिलहाल के लिए मैं आज था चलती हूं मैं आपसे फिर मुलाकात होगी अगले वीडियो में.

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